देवी महागौरी पूजा विधि, स्तुति और आरती
देवी महागौरी की पूजा विशेष रूप से नवमी और चतुर्दशी के दिन की जाती है, खासकर नवरात्रि के दौरान
देवी महागौरी की स्तुति:
“ॐ महागौरी महादेवी, प्रचण्डा चंद्रिका, त्रिपुरसुंदरी,
दिव्यं प्रकाशमानं, शुद्धं सौंदर्यं च यः प्रपद्यते।
तेन भक्त्या यथाशक्ति, नमो नमः महागौरी।”
देवी महागौरी की आरती:
“जय महागौरी, जय महागौरी,
भयहरणी, कल्याणी, पुण्यवती, शांति दायिनी।
चंद्रिका, गौरी, त्रिनेत्रा,
जप तंत्रा, महाशक्ति, जय महागौरी।”
देवी महागौरी पूजा विधि, स्तुति और आरती
1. पूजा विधि:
देवी महागौरी की पूजा विशेष रूप से नवमी और चतुर्दशी के दिन की जाती है, खासकर नवरात्रि के दौरान।
अवश्यक सामग्री:
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देवी महागौरी की प्रतिमा या चित्र
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सफेद फूल, चंदन, दीपक, फल, दुग्ध, शहद, पानी, पंखा
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पूजा थाली, कलश, घी, कपूर, अगरबत्ती, नैवेद्य
पूजा के चरण:
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स्थल की सफाई: पूजा के स्थान को साफ करें और वहां एक स्वच्छ आसन बिछाएं।
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देवी का स्वागत: देवी महागौरी की प्रतिमा या चित्र को सफेद फूलों से सजाएं।
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अर्घ्य अर्पण: कलश में पानी भरकर देवी को अर्पित करें।
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ध्यान और संकल्प: देवी का ध्यान करें और मन में संकल्प लें।
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अर्पण: सफेद फूल, दूध, घी, शहद और फल अर्पित करें।
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आरती: दीपक और कपूर से आरती करें।

