बाघ के हमले में गरीब आदिवासी महिला की मौत का आखिर कौन है जिम्मेदार

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बाघ के हमले में गरीब आदिवासी महिला की मौत का आखिर कौन है जिम्मेदार

जंगल में दहाड़ रही JCB मशीने,बाघों के रहवास में पैदा हो रहा खलल

बाघ जंगल छोड गांव के करीब डाल रहे डेरा,आए दिन हो रही वन्य जीव व इंसानों के बीच द्वंद

उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा मुख्यालय अंतर्गत विश्व विख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व नेशनल पार्क में इन दिनो बजट का अंतिम माह मार्च महीना को देखकर अधिकारी कर्मचारी अपना अपना कोरम पूर्ण कर अवैध कमाई के चक्कर में पड़े हुए हैं जहां जिम्मेदारों द्वारा जंगल के बनाए गए नियम कानून को दर किनार करते हुए मनमानी पर उतारू होकर नियम विरुद्ध निर्माण कार्य करा रहे हैं और एक ही झटके में मालामाल होने की तैयारी भी पूरी कर ली गई है।

तत्संबंध मे मिली जानकारी अनुसार बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में इन दिनो देखा जाए तो पनपथा और पतौर रेंज से लगे जंगल के किनारे ही आए दिन इंसानों और जंगली जानवरों के बीच द्वंद होने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसा नहीं है कि इस क्षेत्र में सबसे अधिक जानवर हैं बल्कि जंगल में हर जगह जानवर हैं लेकिन घटना ज्यादातर इसी क्षेत्र अंतर्गत होती है आखिर क्यों जिसका मुख्य कारण है कि संबंधित रेंज पतौर व पनपथा के कोर जोन(जंगल के अंदर) क्षेत्र में इन दिनो सड़क निर्माण का कार्य जोरों पर चल रहा है जहां विभाग के जिम्मेदारों द्वारा सभी नियम कानून को दरकिनार करते हुए भारी भरकम जेसीबी मशीनों का ताबड़तोड़ उपयोग किया जा रहा है उसमे भी एक साथ दो से तीन तीन मशीनों को जंगल के अंदर प्रवेश करा कर एक साथ काम लिया जा रहा है वहीं शांतप्रिय इलाके में रहने वाले बाघ जैसे जानवर के रहवास में चल रही मशीनों की बेतहासा और करकस आवाज के कारण खलल पैदा हो रहा है। जिस कारण बाघ मजबूरन जंगल छोड़ कर गांव के करीब अपना ठिकाना तलाशने को मजबूर हैं। इसी बीच गांव के भोले भाले व्यक्ति कुछ समझपाने के पहले ही लकड़ी व महुआ फूल बीनते बीनते धोखे से बाघ के करीब तक जा पहुंचते हैं और बाघ को इंसानों से अपने आप को खतरा महसूस होने लगता है जिस कारण बाघ इंसानों पर हमला कर मौत के घाट उतार देता है। ऐसा ही एक मामला अभी हाल ही में प्रकाश में आया जहां पनपथा रेंज में चल रही मशीनों की आवाज के कारण परेशान हो कर बाघ जंगल छोड़ कोठिया गांव के करीब पहुंच गया जहां वह महुआ पेड़ के पास झाड़ियों में आराम फरमा रहा था तभी वहां महुआ बीनने के लिए एक महिला जा पहुंची वह कुछ समझ पाती कि वह अनजाने में बाघ के पास पहुंच गई और महुआ बीनने लगी। मौके पर मौजूद बाघ ने खुद को असुरक्षित समझ देखते ही देखते महिला पर हमला कर दिया जिस कारण महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मिली जानकारी अनुसार मृत महिला की पहचान रानी पति ओमप्रकाश सिंह गोंड उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम कोठिया के रूप में हुई है। घटना की सूचना पर वन विभाग के अमले ने पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचकर जरूरी कार्यवाही में जुटा हुआ है।

Pradhan Warta
Author: Pradhan Warta

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