जगह-जगह मां जगत जननी की हो रही अराधना भक्ति के रंग में रंगा सम्पूर्ण उमरिया जिला / दिलीप पांडे
दो ऋतुओं के मिलने को संधिवेला कहते हैं। वर्षाऋतु के समापन और शरदऋतु के आगमन पर यह आश्विन नवरात्रि है। साधना की दृष्टि से इसका विशेष महत्व है। भाजपा जिला अध्यक्ष पंडित दिलीप पांडे ने नवरात्रि के पावन पर्व पर दिए अपने संदेश में कही। श्री पांडे जी ने कहा कि नवरात्रि में सूक्ष्म प्रकृति से जो दिव्य अनुदान बरसते हैं, उन अनुदानों के प्रभाव से आत्मिक प्रगति की दिशा में की गई साधनाएं विशेष फलवती सिद्ध होती हैं। यूं तो नवरात्रि अपने आप में ही असाधारण है, क्योंकि इन्ही दिनों अदृश्य-अविज्ञात अपनी स्वर्गीय विभूतियों को धरती पर उतारता और उससे मानव के आंतरिक भंडार को भर देता है। परिणाम स्वरूप निष्ठापूर्वक साधना करने वाले अनुभव करते हैं कि इन दिनों किया गया पुरुषार्थ तत्काल कुछ न कुछ चमत्कारी परिणाम दर्शाता है। इस प्रकार के दैवीय चमत्कारों की एक ही पृष्ठभूमि है–उत्कृष्ट चिंतन को आदर्शवादी उपक्रम में उभारने वाला पराक्रम-पुरुषार्थ। जो इसे हजम कर पाते हैं, वे ही बिभूतिवान और सिद्ध पुरुष कहलाते हैं। अतः हम कह सकते हैं कि नवरात्रि आत्मबल संवर्धन हेतु श्रेष्ठतम अवसर प्रदान करती है।
भक्तिमय है सम्पूर्ण जिला
श्री पांडे ने कहा की हम सब की आस्था और श्रद्धा का केंद्र नवरात्र पर चल रहा है मां जगत जननी की आराधना घर-घर हो रही है साथ ही मां की प्रतिमा रखकर मां की आराधना की जा रही है पूरा संपूर्ण उमरिया जिला भक्तिमय वातावरण से प्रफुल्लित है घर घर मां की नवज्योति जल रही है जगह-जगह पांडाल सजे हैं बच्चे बुजुर्ग मातृशक्ति भक्ति के रंग में रंगे दिखाई दे रहे मां जगत जननी दयालु है कृपालु है निश्चित ही अपने भक्तों की हर एक मनोकामना पूर्ण करती है जो कोई मैया के दर पर शीश झुकाता है मनवांछित फल मिलता।