ग्राम भरवारा मे कीड़े लगा शव घर से हुआ बरामद

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ग्राम भरवारा मे कीड़े लगा शव घर से हुआ बरामद

पुलिस से प्राप्त जानकारी अनुसार सरपंच द्वारा सूचना दी गई थी की आदिवासी मोहल्ले में एक घर से बहुत तेज दुर्गंध आ रही है। एक व्यक्ति मृत अवस्था में पड़े होने की आशंका है। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी मनोज कुमार यादव एवम एएसआई यशवंत सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार घर के मुख्य दरवाजे के नीचे एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ था जिसमे बहुत बुरी तरह से कीड़े लगे हुए थे। दुर्गंध इतनी भयानक थी कि आज पास लोग भी नहीं आ रहे थे। शव इतनी तरह सड़ चुका था कि चेहरे सहित पूरा शरीर सफेद कीड़ों से पटा हुआ था।

दरअसल रैपुरा से दो किलोमीटर दूर स्थित भरवारा ग्राम के आदिवासी मोहल्ले में लोगो को सुबह से बहुत दुर्गंध आ रही थी जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस के अनुसार मृतक सल्लू ऊर्फ रामसुजान पिता शोखी पाल आदिवासी उम्र 20 वर्ष अपने घर में नवरात्र के पहले से अकेला था। उसके घर के परिजन मजदूरी करने बाहर गए हुए थे। शव ले पोस्ट मॉडम में डॉक्टर एम एल चौधरी ने बताया कि शव तीन से चार दिन पुराना है। पुलिस के अनुसार नवरात्र के प्रथम दिन मृतक ने मजदूरी करने गए पिता से फोन पर बात की थी। पुलिस ने परिजनों के हवाले से बताया है कि शराब अधिक पीने के बाद गिरने से संभवतः मृत्यु हुई है। पोस्ट मॉडम में शव के बुरी तरह सड़ जाने से स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस शराब पीकर गिरने से मृत्यु को आधार मान कर तब्दीश कर रही है।

दुर्गंध की वजह से शव उठाने कोई नहीं आया तो पुलिस ने थाने के स्वीपारों की मदद से पहुंचाया शव विच्छेदन गृह।
शव की स्थिति इतनी खराब हो चुकी थी कि शव को घर से उठाने के लिए कोई तैयार नहीं था। जिसके बाद पुलिस और पुलिस थाने में लगे स्वीपर अजय बाल्मिकी एवम विजय बाल्मिकी ने उठा कर वाहन से शव विच्छेदन गृह पहुंचाया।
मृतक के चहरे एवम पैर कीड़ों से भरे हुए थे। पैरो में इतने कीड़े थे कि देख कर लग रहा था मानो सफेद रंग के जूते हों।

पुलिस ने ग्रामीणों की सूचना पर शव को पोस्ट मॉडम करा परिजनों के समक्ष दफना दिया है एवम मार्ग कायम किया गया है।
यशवंत सिंह, एएसआई, रैपुरा।

शव लगभग तीन दिन पुराना है जिसमे बुरी तरह कीड़े लग चुके थे। स्थिति स्पष्ट कर पाना मुश्किल है कि मृत्यु किस वजह से हुई।
डॉक्टर एम एल चौधरी, मेडिकल ऑफिसर, रैपुरा।

रिपोर्ट : कैलाश सेन

Kailash Sen
Author: Kailash Sen

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